ॐ गुरु जी कहे, चेला सुने, सुन के मन में गुने, नव ग्रहों का मंत्र, जपते पाप काटेंते, जीव मोक्ष पावंते, रिद्धि सिद्धि भंडार भरन्ते, ॐ आं चं मं बुं गुं शुं शं रां कें चैतन्य नव्ग्रहेभ्यो नमः जो जो हनुमंत धगधजित फलफलित आयुराष: खरूराह Representing the pretty human body https://howtodovashikaran52840.slypage.com/35961636/a-review-of-upay