कुबेर कुंजी को पहले गंगा जल अथवा कच्चे दूध का छिड़काव कर शुद्ध करें। कवच को नवरात्रि के दौरान अथवा शुक्रवार के दिन किसी भी शुभ नक्षत्र और योग में धारण करें। पुढील लेखात शिव अभिषेख ची अजून माहिती सादर करेन. पारे के शिवलिंग के पूजन की महिमा तो ऐसी https://rogerv160ojs0.like-blogs.com/profile